सीन-1
वीडियो
|
ऑडियो
|
धुंधली सुबह
है|सूरज की किरणें कोहरों के पीछे से अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाने के प्रयास में
है|पहाड़ के दुसरे पार से सूरज की हलकी-हलकी रोशनी क़स्बे के ऊपरी हिस्से पर पड़
रही है|एक खूबसूरत मंदिर दिख रही है|एक चौराहा दिखता है, चार चौड़ी सड़कें एक साथ
मिली हुई हैं|बीच में गोल घर बना हुआ है|सड़क के दोनों किनारों पर दूकान दिख रहे
हैं|सटर बंद हैं|स्वीपर झाड़ू लगा रहा है|दो तीन कुत्ते टहल रहे हैं|दो तीन आदमी
आ जा रहे हैं|बहुत से लोग इस दुकान से उस दुकान तक आ जा रहे हैं|रोड पर लोगों का
हुजूम दिख रहा है|बाइक्स और कारें भी आती जाती दिखती हैं|
|
हम ने बहुत से
बाज़ारों का नाम सुना होगा, सबकी अपनी विशेषताएं होती हैं|लेकिन नेपाल के
कपिलवस्तु जनपद में स्थित इस छोटे से क़स्बे क बारे में जान कर यक़ीनन हैरानी
होगी|कृष्णानगर नामी इस क़स्बे को एशिया का सबसे अमीर गाँव भी कहा जाता है|यहाँ
की खूबसूरत दुकानें, चौड़ी सड़कें, इम्पोर्टेड सामान और एक सुन्दर मंदिर ग्राहकों
और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होता है|ठंडी के मौसम में बाज़ार की रौनक़ और बढ़ जाती
है|बॉर्डर पर स्थित होने की वजह से भारतीय इस के मुख्य पर्यटक होते हैं|यहाँ पर
हमेशा ही लोगों की एक लम्बी भीड़ होती है|अक्सर लोग भारत से आते हैं|आखिर लोग दूर
दूर से यहाँ मार्किट के लिए क्यों आते हैं यह जानना अति रूचिकर होगा|
|
सीन टाइम(ST) 00:45
|
टोटल टाइम(TT) 00:45
|
सीन-2
बॉर्डर पर
स्थित बाज़ार का प्रवेश द्वार का द्रश्य साथ ही कृष्णा नगर लिखा बोर्ड भी दिखता
है|लोग आ जा रहे हैं|पुलिस वाले मुस्तैदी के साथ अपनी जगह पर खड़े हैं|कुछ पुलिस
जवान आने जाने वालों की तलाशी ले रहे हैं तो कुछ कार, बाइक और ट्रक आदि को चेक
कर रहे हैं|
|
मार्किट खुलते
ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है|लोग बहुत बड़ी तादाद में इस मार्किट की तरफ रुख़
करते हैं|सुबह 8 बजे से लेकर रात 10 बजे तक लोगों का आना जाना लगा रहता
है|मुनासिब वातावरण हो इस के लिए सुरक्षा का बड़े पैमाने पर बंदोबस्त किया गया
है|बॉर्डर पर ही एंट्री करते समय दो चेक पोस्ट से हो कर गुज़रना पड़ता है|कोई भी
भारतीय अपनी कार या बाइक आदि के साथ भी मार्किट तक फ्री सुविधा के तहत जा सकता
है|
|
सीन टाइम(ST) 00:25
|
टोटल
टाइम(TT) 01:10
|
सीन-3
बॉर्डर के उस
पार स्थित भारतीय रेल का बढ़नी नाम के स्टेशन का द्रश्य है|ट्रेन रूकती है|मुसाफिरों
का एक क़ाफिला स्टेशन से बहार आ रहा है|बाहर रिक्शा वाले नेपाल-नेपाल की आवाज़
लगा रहे हैं|
|
बाज़ार तक
पहुंचने में लोगों को किसी भी प्रकार के कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़ता है|
चाहे लोकल हों या बाहर से आने वाले लोग हों|इस बाज़ार तक ट्रांसपोर्ट का उपयुक्त
सुविधा उपलब्ध है|बाज़ार से एक किलोमीटर की दूरी पर ही भारतीय रेलवे स्टेशन है|जो
पर्यटकों और ग्राहकों के आने जाने का सुलभ और सस्ता माध्यम है|
|
सीन टाइम(ST) 00:19
|
टोटल
टाइम(TT) 01:29
|
सीन-4
उत्तर प्रदेश
परिवहन निगम का बढ़नी स्टेशन का सीन है|बहुत सी बसें आ जा रही हैं|बहुत से लोग
वहाँ मौजूद हैं|स्टेशन के बाहर कई प्राइवेट गाड़ियाँ भी दिख रही हैं|नेपाल बस
स्टैंड का सीन है|जीप और बस सवारियों से भरी भरी आ और जा रही हैं|बहुत सी कारें
और बाइक्स बाज़ार की तरफ आते हुए दिखते हैं|
|
इस के सिवा लोगों की
भीड़ को देखते हुए और जहाँ तक ट्रेन की पहुँच नहीं है वहाँ पर लोगों को सुविधा
देने के लिए बसों का भी प्रबंध है|नेपाल हो या भारत दोनों ट्रांसपोर्ट निगमों ने यहाँ पर आने वाले
लोगों के लिए बेहतरीन ट्रांसपोर्ट व्यस्था मुहैय्या कर रखा है|लोकल लोग भी जीप
या छोटी छोटी मिनी बसों के माध्यम से बाज़ार तक पहुँचते हैं|बहुत से लोग खुद की
गाड़ी का सहारा लेते हैं|
|
सीन टाइम(ST) 00:23
|
टोटल
टाइम(TT) 01:52
|
सीन-5
रेलवे स्टेशन के गेट के
बाहर खड़े एक मुसाफिर की बाइट्स जो मार्केटिंग के मक़सद से नेपाल जा रहा है|
|
मैं यहाँ ट्रेन
से आया हूँ|इस बाज़ार तक पहुँचने का यह बेहतरीन ज़रिया हैं|कभी-कभार बस से भी आ
जाते हैं|मेरा घर यहाँ से 120 किलोमीटर दूर है|चूँकि नेपाल के इस बाज़ार में
इस्तेमाल के इम्पोर्टेड सामान मुनासिब दामों पर मिल जाते हैं|इस लिए आते
हैं|सर्दी आजाने की वजह से अभी मैं जाकेट और कोरियन और जापानीज़ कम्बल खरीदने जा
रहा हूँ|
|
सीन टाइम(ST) 00:22
|
टोटल
टाइम(TT) 02:14
|
सीन-6
दोपहर का समय
है| बाज़ार के एक तरफ का लॉन्ग शॉट है|चौड़े रोड के दोनों तरफ दुकानों के सामने
बैग, जाकेट और स्वेटर आदि लटकते हुए दिख रहे हैं|बहुत बड़ी संख्या में लोग
खिली-खिली धुप में नज़र आ रहे हैं|बड़े-बूढ़े और महिलाएं व बच्चे सब एक दुकान से
दूसरी दुकान की तरफ आने जाने में व्यस्त नज़र आ रहे हैं|
|
5 सेकंड नेचुरल
साउंड चलने के बाद ................यह बाज़ार के दोपहर का समय है सर्दियों में
इसी वक़्त सबसे ज़्यादा भीड़ अक्सर देखने को मिलती है|लोग सर्दी से संबधित चीज़ें,
इलेक्ट्रॉनिक सामान, बैग, ट्राली बैग, जूते और गरम मसाला आदि की ख़रीदारी के लिए
इस भीड़ का हिस्सा बनते हैं|बेहतरीन कास्मेटिक और बच्चों के खिलौने व गेम आदि
महिलाओं और बच्चों के आकर्षक की वजह होते हैं|
|
सीन टाइम(ST) 00:27
|
टोटल
टाइम(TT) 02:41
|
सीन-7
एक दुकान का
द्रश्य है|शो केस में क्रीम, साबुन, शैम्पू, इलेक्ट्रॉनिक सामान, तौलिया और
जाकेट आदि दिख रहे हैं|दुकान के काउंटर पर कई ग्राहक और दो दुकानदार दिख रहे
हैं|दूकानदार सामान दिखा रहा है और ग्राहक मूलभाव कर रहे हैं|
|
अक्सर दुकानों पर ज़रूरी
चीज़े प्राप्त होती हैं|ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकान को बहुत खूबसूरत
बनाया जाता है|शीशों के केसों में सामान को सलीक़े से सजा दिया जाता है|
|
सीन टाइम(ST) 00:11
|
टोटल
टाइम(TT) 02:52
|
सीन-8
एक दुकानदार का
इंटरव्यू जिसके पास मार्किट में तीन अलग-अलग प्रकार की दुकानें हैं|वह दुकान के
काउंटर पर बैठा हुआ है|
|
हमारे पास
अक्सर चीज़ें कोरिया, जापान, चाइना, इंडोनेशिया और वेतनमान की बनी हुई होती
हैं|हम इनको काठमांडू से लाते हैं|बाहर का माल होने की वजह से भारतीय लोग इस को
खरीदने आते हैं|यहाँ पर बड़े शहरों की तरह ज़रूरत के सभी सामान उपलब्ध हैं|नेपाल
के लोकल लोग भी इस बाज़ार में आते हैं| सर्दियों में भारत से ज़्यादा लोगों का आना
होता है|जाकेट, कम्बल और इलेक्ट्रॉनिक सामान
मुख्य रूप से ज़्यादा बिकते हैं|
|
सीन टाइम(ST) 00:24
|
टोटल
टाइम(TT) 03:16
|
सीन-9
एक ग्राहक का इंटरव्यू
जो की हाथ में ट्राली बैग और जाकेट ले कर बाज़ार में खड़ा है|उस के आस-पास से आने
जाने वालों का भी द्रश्य खासतौर पर उनके हाथ में मौजूद चीज़ों को दिखाया जा रहा
है|
|
मैं ने यह सब
सामन यहीं लिया है|मैं यहाँ 80 किलोमीटर
दूर से आया हूँ|अक्सर मैं और मेरे दोस्त इसी बाज़ार से इस्तेमाल की चीज़ें खरीदते
हैं|सामन भी बढ़िया होता है और दाम भी मुनासिब लगाते हैं|यह जाकेट मैं ने 1500 रु
का लिया है|कई सालों से मैं यहाँ आता हूँ|प्रसाशन और यहाँ के लोग भी बहुत अच्छे
हैं| न तो चोरी का डर रहता है और न ही दुकानदार ज़्यादा पैसा बोलते हैं|
|
सीन टाइम(ST) 00:20
|
टोटल
टाइम(TT) 03:36
|
सीन-10
बाज़ार संगठन के अध्यक्ष
के बाइट्स
|
यह बहुत भीड़
वाली जगह है| बहुत से जगहों से लोग यहाँ आते हैं| बाज़ार में वातावरण बढ़िया बना
रहे और किसी को भी किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसलिए हम ने एक संगठन बना
रखा है जो की बाज़ार की तमाम चीज़ों पर नज़र रखता है|सामान का रेट क्या होगा, कोई
दुकानदार ग्राहकों से ज्यादा पैसे तो नही ले रहा है इस पर नज़र भी रखा जाता
है|करेंसी एक्सचेंज की परेशानी से बचाने के लिए दुकानदार इंडियन रूपया सीधे बैंक
रेट पर ले लेते हैं|
|
सीन टाइम(ST) 00:23
|
टोटल
टाइम(TT) 03:59
|
नेपाल के एक प्रसिद्ध मार्किट पर आधारित डॉक्यूमेंट्री के
10
सीन
No comments:
Post a Comment